1410

फज़ल नाल ऐ रब्ब बक्श गुनाह सब मेरे

Song audio

Content not prepared yet or Work in Progress.

Instrumental audio

Content not prepared yet or Work in Progress.

    

फज़ल नाल ऐ रब्ब बक्श गुनाह सब मेरे, वान्गु फज़ल रहम कर तुईयों ऊत्ते मेरे। 1. चंगी तरां धो के मेरी कर सफाई, मैंनू कर तू पाक-साफ,बक्श दे सब बुरियाई। 2. क्यों जो सब बुरियाई अपनी मैं मान लैंदा, मेरा जो गुनाह है, मेरे आगे रहिंदा। 3. ऐ खुदा मैं तेरा गुणाह कीता भारी, तेरे ही हज़ूर विच बदी कीती सारी। 4. तां तू अपने गल विच सच्चा हो हर हालत, रास्ती ज़ाहिर होवे, करे जद अदालत। 5. मैं वी पैदा होया वेखो विच बुरियाई, मैंनु विच गुणाह दे जमिया मेरी माई।