पाठ 30 : पवित्र शास्त्र में मसीह

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सारांश

पवित्र शास्त्र में मसीह उत्पत्ति उत्पत्ति में मसीह स्त्री का वंश है (3:15)। यह कुँवारी से जन्म पर ज़ोर देता है। इसके अतिरिक्त हाबिल के बलिदान, नूह के जहाज, इसहाक के बलिदान, यूसुफ के जीवन इत्यादि में मसीह की प्रतिछाया मिलती है। निर्गमन निर्गमन की पुस्तक का विषय फसह है (12:5)। इसे फसह के मेम्ने के मारे जाने में देखा जाता है। मेम्ने के लोहू ने उन्हें दण्ड से छुटकारा दिया। मसीह हमारा फसह का मेम्ना है (1 कुरिं. 5:7)। मन्ना, चट्टान (निेर्ग. 17:1-6), मिलापवाला तम्बू इत्यादि जैसी अन्य अनेक तस्वीरें इस पुस्तक में हैं। लैव्यव्यवस्था प्रथम सात अध्याय पाँच बलिदानों के विषय में बताते हैं। लैव्य. के समस्त बलिदान मसीह की मृत्यु के विभिन्न आयामों को बताते हैं। गिनती “वह आत्मिक चट्टान… जो उनके साथ साथ चलती थी… वह चट्टान था” (1 कुरिं. 10:4)। मसीह का एक और महत्वपूर्ण रूपक पीतल का सर्प है (गिनती 21:4-9; यूहन्ना 3:14)। व्यवस्थाविवरण इस पुस्तक में मसीह को उस नबी के रूप में प्रस्तुत किया गया है जिसे परमेश्वर द्वारा खड़ा किया जाएगा (18:15)। मूसा वह नबी है जिसने पुराना नियम दिया। यीशु मसीह वह नबी है जिसे नई वाचा का मध्यस्थ कहा गया है (इब्रा. 12:24)। यहोशु सेनाओं के प्रधान के रूप में प्रभु यहोवा पर प्रकट हुआ था (5:14)। यहोवा ही ने उन्हें कनान पर विजय प्रदान की थी। यहोशू स्वयं मसीह की प्रतिछाया है। न्यायियों परमेश्वर ने यहोशू के बाद इस्त्राएल पर राज्य करने के लिए न्यायी खड़े किए। न्यायियों का राज्य शाऊल के राजा बनाए जाने तक रहा। हम मसीह को ‘प्रभु का दूत’ के रूप में देखते हैं (2:1; 6:20; 13:15-22)। अतः यह मसीह ही था जो कि समस्त स्थितियों में इस्त्राएल का सच्चा छुड़ानेवाला था (2:16)। रुत रुत की पुस्तक में मसीह सम्बंधी - छुड़ानेवाला है (2:1; 3:9-10; 4:10)। 1 शमूएल- 2 इतिहास ये पुस्तकें एक सिद्ध राजा की ओर संकेत करती हैं, जो कि दाऊद का पुत्र यीशु मसीह है और उस सिद्ध राजा की ओर जो कि स्थापित होने वाला है (लूका 1:32,33)। एज्रा-नहेम्याह इन पुस्तकों में मसीह को उस व्यक्ति के रूप में देखा गया है जो मंदिर को पुनः बनाएगा। नबूकदनेस्सर ने सुलैमान के मंदिर को नाश किया था। तत्पश्चात जरूब्बाबेल ने उसी स्थान पर पुनः मंदिर बनाया। इसे एज्रा एवं नहेम्याह की पुस्तक में समझाया गया है। हम मसीह में नया नियम की कलीसिया को बनानेवाला को देखते हैं। एस्तेर इस्राएल का शक्तिशाली शत्रु, हामान परमेश्वर की संपूर्ण प्रजा को नाश करने का प्रयास कर रहा था। तथापि, मोर्दकै यहूदी दृष्टा-पटल पर आता है। “वह यहूदियों में महान था, और अपने सब कुटुम्बियों का प्रेम पात्र था। क्योंकि वह अपने जाति भाइयों की भलाई की खोज में लगा रहता था और अपने संपूर्ण राष्ट्र के लोगों के कुशलक्षेम की बातें करता था।” उसकी विश्वस्तता तथा प्रार्थना के द्वारा उस शत्रु को नाश किया गया। मोर्दकै उद्धारकर्ता मसीह को चित्रित करता है (10:3)। अय्यूब अय्यूब में हम उद्धारकर्ता मसीह को देखते हैं और उसे जो अंत में पृथ्वी पर खड़ा होगा (अय्यूब 19:25)। भजन इस पृथ्वी पर मनुष्य का जीवन विभिन्न परेशानियों एवं दिक्कतों से भरा है। भजनकार ऐसी कठिन स्थितियों में मसीह में शरण पाता है, जो कि युगों की चट्टान है जिसमें हम भरोसा रख सकते हैं (1 कुरिं. 10:4)। नीतिवचन-सभोपदेशक नीतिवचन एवं सभोपदेशक में यीशु मसीह ईश्वरीय बुद्धि है (कुलु. 2ः3)। श्रेष्ठगीत श्रेष्ठगीत में मसीह वह प्रेमी है और शुलेम्मिन कलीसिया है (5ः10)। नबूवत की पुस्तकें नबी परमेश्वर के प्रवक्ता हैं जो लोगों को परमेश्वर का संदेश देते हैं। इन सभी नबूवतों का मुख्य विषय शांति का राजकुमार है (यशा. 9ः6)। सुसमाचार मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उनका उद्धार करने आया (लूका 19:10)। उस उद्धारकर्ता का जीवन, उसकी सेवकाई एवं शिक्षाएं, उद्धार का मार्ग, जो लोग उसके पास आए उनके अनुभव, इन सुसमाचारों में दिए हैं। प्रेरितों के काम सारी पृथ्वी पर उद्धार के संदेश का प्रचार किया गया और अनेक स्थानीय कलीसियाएं स्थापित की गईं। “मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा” यीशु ने कहा था और प्रेरितों एवं चेलों के द्वारा ठीक उसने वैसा ही किया। पत्रियाँ पत्रियों के द्वारा हम यीशु मसीह को परमेश्वर तथा मनुष्यों के मध्य एक मध्यस्थ के रूप में पाते हैं। उसे सब के ऊपर महिमान्वित रूप में देखा गया है। उसे कलीसिया का पोषक एवं प्रेमी के रूप में देखा गया है। प्रकाशितवाक्य प्रकाशितवाक्य में, वह महिमा में लौटनेवाले के रूप में है। वह सर्वोच्च राजा एवं न्यायी है।

बाइबल अध्यन

इब्रानियों 1:2 2 इन दिनों के अन्त में हम से पुत्र के द्वारा बातें की, जिसे उस ने सारी वस्तुओं का वारिस ठहराया और उसी के द्वारा उस ने सारी सृष्टि रची है। उत्पति 3:15 15 और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करुंगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा। निर्गमन 12:5 5 तुम्हारा मेम्ना निर्दौष और पहिले वर्ष का नर हो, और उसे चाहे भेड़ों में से लेना चाहे बकरियों में से। 1 कुरिन्थियों 5:7 7 पुराना खमीर निकाल कर, अपने आप को शुद्ध करो: कि नया गूंधा हुआ आटा बन जाओ; ताकि तुम अखमीरी हो, क्योंकि हमारा भी फसह जो मसीह है, बलिदान हुआ है। निर्गमन 17:1-6 1 फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली सीन नाम जंगल से निकल चली, और यहोवा के आज्ञानुसार कूच करके रपीदीम में अपने डेरे खड़े किए; और वहां उन लोगों को पीने का पानी न मिला। 2 इसलिये वे मूसा से वादविवाद करके कहने लगे, कि हमें पीने का पानी दे। मूसा ने उन से कहा, तुम मुझ से क्यों वादविवाद करते हो? और यहोवा की परीक्षा क्यों करते हो? 3 फिर वहां लोगों को पानी की प्यास लगी तब वे यह कहकर मूसा पर बुड़बुड़ाने लगे, कि तू हमें लड़के बालोंऔर पशुओं समेत प्यासों मार डालने के लिये मिस्र से क्यों ले आया है? 4 तब मूसा ने यहोवा की दोहाई दी, और कहा, इन लोगों से मैं क्या करूं? ये सब मुझे पत्थरवाह करने को तैयार हैं। 5 यहोवा ने मूसा से कहा, इस्राएल के वृद्ध लोगों में से कुछ को अपने साथ ले ले; और जिस लाठी से तू ने नील नदी पर मारा था, उसे अपने हाथ में ले कर लोगों के आगे बढ़ चल। 6 देख मैं तेरे आगे चलकर होरेब पहाड़ की एक चट्टान पर खड़ा रहूंगा; और तू उस चट्टान पर मारना, तब उस में से पानी निकलेगा जिससे ये लोग पीएं। तब मूसा ने इस्राएल के वृद्ध लोगों के देखते वैसा ही किया। 1 कुरिन्थियों 10:4 4 और सब ने एक ही आत्मिक जल पीया, क्योंकि वे उस आत्मिक चट्टान से पीते थे, जो उन के साथ-साथ चलती थी; और वह चट्टान मसीह था। गिनती 21:4-9 4 फिर उन्होंने होर पहाड़ से कूच करके लाल समुद्र का मार्ग लिया, कि एदोम देश से बाहर बाहर घूमकर जाएं; और लोगों का मन मार्ग के कारण बहुत व्याकुल हो गया। 5 सो वे परमेश्वर के विरुद्ध बात करने लगे, और मूसा से कहा, तुम लोग हम को मिस्र से जंगल में मरने के लिये क्यों ले आए हो? यहां न तो रोटी है, और न पानी, और हमारे प्राण इस निकम्मी रोटी से दुखित हैं। 6 सो यहोवा ने उन लोगों में तेज विष वाले सांप भेजे, जो उन को डसने लगे, और बहुत से इस्त्राएली मर गए। 7 तब लोग मूसा के पास जा कर कहने लगे, हम ने पाप किया है, कि हम ने यहोवा के और तेरे विरुद्ध बातें की हैं; यहोवा से प्रार्थना कर, कि वह सांपों को हम से दूर करे। तब मूसा ने उनके लिये प्रार्थना की। 8 यहोवा ने मूसा से कहा एक तेज विष वाले सांप की प्रतिमा बनवाकर खम्भे पर लटका; तब जो सांप से डसा हुआ उसको देख ले वह जीवित बचेगा। 9 सो मूसा ने पीतल को एक सांप बनवाकर खम्भे पर लटकाया; तब सांप के डसे हुओं में से जिस जिसने उस पीतल के सांप को देखा वह जीवित बच गया। यूहन्ना 3:14 14 और जिस रीति से मूसा ने जंगल में सांप को ऊंचे पर चढ़ाया, उसी रीति से अवश्य है कि मनुष्य का पुत्र भी ऊंचे पर चढ़ाया जाए। व्यवस्थाविवरण 18:15 15 तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे मध्य से, अर्थात तेरे भाइयों में से मेरे समान एक नबी को उत्पन्न करेगा; तू उसी की सुनना; इब्रानियों 12:24 24 और नई वाचा के मध्यस्थ यीशु, और छिड़काव के उस लोहू के पास आए हो, जो हाबिल के लोहू से उत्तम बातें कहता है। यहोशू 5:4 4 और यहोशू ने जो खतना कराया, इसका कारण यह है, कि जितने युद्ध के योग्य पुरूष मिस्र से निकले थे वे सब मिस्र से निकलने पर जंगल के मार्ग में मर गए थे। न्यायियों 2 :1,16 1 और यहोवा का दूत गिलगाल से बोकीम को जा कर कहने लगा, कि मैं ने तुम को मिस्र से ले आकर इस देश में पहुंचाया है, जिसके विषय में मैं ने तुम्हारे पुरखाओं से शपथ खाई थी। और मैं ने कहा था, कि जो वाचा मैं ने तुम से बान्धी है, उसे मैं कभी न तोडूंगा; 16 तौभी यहोवा उनके लिये न्यायी ठहराता था जो उन्हें लूटने वाले के हाथ से छुड़ाते थे। न्यायियों 6:20 20 परमेश्वर के दूत ने उस से कहा, मांस और अखमीरी रोटियों को ले कर इस चट्टान पर रख दे, और जूस को उण्डेल दे। उसने ऐसा ही किया। न्यायियों 13:15-22 15 मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, हम तुझ को रोक लें, कि तेरे लिये बकरी का एक बच्चा पकाकर तैयार करें। 16 यहोवा के दूत ने मानोह से कहा, चाहे तू मुझे रोक रखे, परन्तु मैं तेरे भोजन में से कुछ न खाऊंगा; और यदि तू होमबलि करना चाहे तो यहोवा ही के लिये कर। (मानोह तो न जानता था, कि यह यहोवा का दूत है।) 17 मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, अपना नाम बता, इसलिये कि जब तेरी बातें पूरी हों तब हम तेरा आदरमान कर सकें। 18 यहोवा के दूत ने उस से कहा, मेरा नाम तो अद्भुत है, इसलिये तू उसे क्यों पूछता है? 19 तब मानोह ने अन्नबलि समेत बकरी का एक बच्चा ले कर चट्टान पर यहोवा के लिये चढ़ाया तब उस दूत ने मानोह और उसकी पत्नी के देखते देखते एक अद्भुत काम किया। 20 अर्थात जब लौ उस वेदी पर से आकाश की ओर उठ रही थी, तब यहोवा का दूत उस वेदी की लौ में हो कर मानोह और उसकी पत्नी के देखते देखते चढ़ गया; तब वे भूमि पर मुंह के बल गिरे। 21 परन्तु यहोवा के दूत ने मानोह और उसकी पत्नी को फिर कभी दर्शन न दिया। तब मानोह ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था। 22 तब मानोह ने अपनी पत्नी से कहा, हम निश्चय मर जाएंगे, क्योंकि हम ने परमेश्वर का दर्शन पाया है। रुत 2:1 1 जिन दिनों में न्यायी लोग न्याय करते थे उन दिनों में देश में अकाल पड़ा, तब यहूदा के बेतलेहेम का एक पुरूष अपनी स्त्री और दोनों पुत्रों को संग ले कर मोआब के देश में परदेशी हो कर रहने के लिये चला। रुत 3:9-10 9 उसने पूछा, तू कौन है? तब वह बोली, मैं तो तेरी दासी रूत हूं; तू अपनी दासी को अपनी चद्दर ओढ़ा दे, क्योंकि तू हमारी भूमि छुड़ाने वाला कुटुम्बी है। 10 उसने कहा, हे बेटी, यहोवा की ओर से तुझ पर आशीष हो; क्योंकि तू ने अपनी पिछली प्रीति पहिली से अधिक दिखाई, क्योंकि तू, क्या धनी, क्या कंगाल, किसी जवान के पीछे नहीं लगी। रुत 4:10 10 फिर महलोन की स्त्री रूत मोआबिन को भी मैं अपनी पत्नी करने के लिये इस मनसा से मोल लेता हूं, कि मरे हुए का नाम उसके निज भाग पर स्थिर करूं, कहीं ऐसा न हो कि मरे हुए का नाम उसके भाइयों में से और उसके स्थान के फाटक से मिट जाए; तुम लोग आज साक्षी ठहरे हो। लूका 1:32,33 32 वह महान होगा; और परमप्रधान का पुत्र कहलाएगा; और प्रभु परमेश्वर उसके पिता दाऊद का सिंहासन उस को देगा। 33 और वह याकूब के घराने पर सदा राज्य करेगा; और उसके राज्य का अन्त न होगा। एस्तेर 10:3 3 निदान यहूदी मोर्दकै, क्षयर्ष राजा ही के नीचे था, और यहूदियों की दृष्टि में बड़ा था, और उसके सब भाई उस से प्रसन्न थे, क्योंकि वह अपने लोगों की भलाई की खोज में रहा करता था और अपने सब लोगों से शान्ति की बातें कहा करता था। अय्यूब19:25 25 मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा। कुलुस्सियों 2:3
3 जिस में बुद्धि और ज्ञान से सारे भण्डार छिपे हुए हैं। श्रेष्ठगीत 5:10 10 मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है, वह दस हजार में उत्तम है। यशायाह 9:6 6 क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत, युक्ति करने वाला, पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा। लूका 19:10 10 क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है॥