पाठ 3 : इसहाक
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सारांश
मान लें कि आपके पिता ने आपको एक साईकिल देने की प्रतिज्ञा किया था। निश्चित रूप से आप उस दिन की उत्सुकता से बाट जोहेंगे जब वे आपको साईकिल खरीद कर देंगे। जब आप उसे पा लेंगे, आप बहुत खुश हो जाएँगे। आज हम एक महान प्रतिज्ञा के विषय देखेंगे जो परमेश्वर ने अब्राहम से किया था। परमेश्वर द्वारा अब्राहम से की गई प्रतिज्ञाओं में से एक यह थी कि उसके वंशज की संख्या आकाश के तारों से भी अधिक होगी, परंतु अब्राहम की पत्नी सारा को, अब्राहम की 99 वर्ष की आयु तक कोई संतान नहीं हुई थी। सारा ने संदेह की थी कि क्या परमेश्वर की प्रतिज्ञा पूरी होगी परंतु अब्राहम ने परमेश्वर के शब्दों पर विश्वास किया। परमेश्वर ने उसके द्वारा ठहराए हुए समय पर उन्हें एक पुत्र दिया। परमेश्वर हमेशा उसकी प्रतिज्ञाओं को पूरी करता है, परंतु वे प्रतिज्ञाएँ हमारे समय के अनुसार पूरी होंगी यह जरूरी नहीं है। परमेश्वर जो सब कुछ जानता है, वह जानता है कि हमें किन बातों की जरूरत हैं, और उन्हें वह उसके समय में पूरी करता है
जब अब्राहम 99 वर्ष का था, परमेश्वर ने उससे फिर कहा कि उसका एक पुत्र होगा और उसका नाम इसहाक होगा। (उत्पत्ति 17:19)। आपको आपका नाम आपके माता-पिता या रिश्तेदारों से दिया गया होगा, परंतु हम बाइबल में पढ़ते हैं कि कुछ नाम जैसे आदम, यूहन्ना और यीशु, स्वयँ परमेश्वर के द्वारा दिये गये थे। इसहाक के लिये भी, उसके जन्म के पहले, परमेश्वर ने उसका नाम दिया था। जब इसहाक का जन्म हुआ था, अब्राहम 100वर्ष का था और सारा 90 वर्ष की थी।
जिस दिन इसहाक का दूध छुड़ाया गया था उस दिन अब्राहम ने एक बड़े भोज का आयोजन किया था क्योंकि वह बहुत धनी था। चूँकि इसहाक प्रतिज्ञा का पुत्र था, वही उनकी सारी संपत्ति का वारिस था।उसके माता-पिता उससे बहुत प्रेम करते थे।धनी और अत्याधिक प्यार में पले बच्चे अक्सर बिगड़ जाते हैं। वे स्वार्थी और जिद्दी होते हैं, परंतु इसहाक नम्र, आज्ञाकारी और परमेश्वर का भय मानने वाला था। एक दिन परमेश्वर ने अब्राहम से इसहाक को होमबलि करके चढ़ाने को कहा, ‘‘अपने पुत्र को अर्थात अपने एकलौते पुत्र इसहाक को जिससे तू प्रेम रखता है…होमबलि करके चढ़ा।’’ हमें हमारे सबसे अधिक पसंद की चीजें परमेश्वर को देने के लिये तैयार रहना चाहिये। यीशु परमेश्वर का एकलौता पुत्र था जिसे उसने हमारे लिये दे दिया (यूहन्ना 3:16)। परमेश्वर ने अब्राहम से मोरिय्याह देश में जाकर एक पहाड़ी पर इसहाक को बलि चढ़ाने को कहा जिसे वही बताने वाला था। अब्राहम ने बिना कुड़कुड़ाए या वाद-विवाद किये परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया अगले दिन भोर को ही अब्राहम ने सवारी के लिये अपना गदहा तैयार किया और यात्रा पर निकल पड़ा। बाइबल में हम उन लोगों के विषय पढ़ते हैं जो महत्वपूर्ण कार्य करने के लिये भोर को ही उठ जाते हैं (देखें यहोशू 6:12; 7:10 आदि)। आपको भी जल्दी उठकर अपना कार्य करना चाहिये। तीसरे दिन अब्राहम ने पहाड़ी को देखा जहाँ उसे होमबलि चढ़ाना था। दासों को पीछे छोड़कर अब्राहम और इसहाक पहाड़ी पर गए। इसहाक के हाथ में जलाने की लकड़ी थी और अब्राहम के हाथ में आग और छुरा था। अब्राहम के लिये यह कितनी हर्दयविदारक बात थी हाथ में छुरा लेकर उसके प्रिय बेटे के पीछे-पीछे चलना जिसे वह बलि चढ़ाने वाला था इसहाक का, अपने कंधों पर लकड़ी लेकर पहाड़ी पर जाना, यीशु मसीह के द्वारा कंधों पर क्रूस उठाकर कलवरी के पर्वत पर जाने का चित्रण है। मार्ग में इसहाक ने कहा, ‘‘पिता होम बलि के लिये मेम्ना कहाँ है?’’ अब्राहम ने शायद टूटी आवाज में कहा होगा, ‘‘मेरे पुत्र, परमेश्वर ही होम बलि के लिये मेम्ने का इन्तजाम करेगा।’’ अब्राहम के शब्द हमारे प्रभु यीशु के विषय भविष्यवाणी थे जिसे परमेश्वर स्वयँ ही हमारे पापों के लिये बलिदान चढ़ाने को तैयार किया था। जब वे परमेश्वर के बताए स्थान पर पहुँच गए, अब्राहम ने वहाँ एक वेदी बनाया और उस पर लकड़ियाँ रख दिया। उसने इसहाक को बांधा और वेदी पर रख दिया। उस समय इसहाक करीब 20 वर्ष का था। वह उसके पिता का विरोध कर सकता था या भाग सकता था, परंतु उसने अपने पिता की आज्ञापालन में उसे बांधने दिया। हमें याद रखना चाहिये कि यीशु मसीह ने भी स्वयँ को हमारे लिये स्वेच्छा से दे दिया। यह बात यह भी सिखाती है कि बच्चों को उनके माता-पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिये। पिता और माता के आदर करने की आज्ञा एक प्रतिज्ञा के साथ दी गई है : ‘‘कि तेरा भला हो और तू धरती पर बहुत दिन जीवित रहे’’ (इफिसियों 6:2-3)। जब अब्राहम ने उसके पुत्र को मारने के लिये छुरा उठाया तो प्रभु ने एक दूत ने उसे रोक दिया। तब अब्राहम ने सिर उठाकर देखा। वहाँ झाड़ी में उसने काँटों में सींग फँसे हुए एक मेढ़े को देखा। उस मेढ़े को होमबलि चढ़ाकर पिता और पुत्र घर लौटे। अब्राहम ने इसहाक को मृत्यु से लौटे हुए के समान साथ वापस लाया। अब्राहम के विश्वास और आज्ञापालन के कारण परमेश्वर ने उसकी प्रतिज्ञाओं और आशीषों को फिर से याद किया नोट : इसहाक = हँसी या जो हँसता है। वह मंदिर जो बलिदान का स्थान था, मोरिय्याह पर्वत पर बनाया गया था (2 इतिहास 3:1)।
बाइबल अध्यन
उत्पत्ति 21:1-8 सोयहोवा ने जैसा कहा था वैसा ही सारा की सुधि लेके उसके साथ अपने वचन के अनुसार किया। 2 सो सारा को इब्राहीम से गर्भवती हो कर उसके बुढ़ापे में उसी नियुक्त समय पर जो परमेश्वर ने उससे ठहराया था एक पुत्र उत्पन्न हुआ। 3 और इब्राहीम ने अपने पुत्र का नाम जो सारा से उत्पन्न हुआ था इसहाक रखा। 4 और जब उसका पुत्र इसहाक आठ दिन का हुआ, तब उसने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार उसका खतना किया। 5 और जब इब्राहीम का पुत्र इसहाक उत्पन्न हुआ तब वह एक सौ वर्ष का था। 6 और सारा ने कहा, परमेश्वर ने मुझे प्रफुल्लित कर दिया है; इसलिये सब सुनने वाले भी मेरे साथ प्रफुल्लित होंगे। 7 फिर उसने यह भी कहा, कि क्या कोई कभी इब्राहीम से कह सकता था, कि सारा लड़कों को दूध पिलाएगी? पर देखो, मुझ से उसके बुढ़ापे में एक पुत्र उत्पन्न हुआ। 8 और वह लड़का बढ़ा और उसका दूध छुड़ाया गया: और इसहाक के दूध छुड़ाने के दिन इब्राहीम ने बड़ी जेवनार की। उत्पत्ति 22:1-9 इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने, इब्राहीम से यह कहकर उसकी परीक्षा की, कि हे इब्राहीम: उसने कहा, देख, मैं यहां हूं। 2 उसने कहा, अपने पुत्र को अर्थात अपने एकलौते पुत्र इसहाक को, जिस से तू प्रेम रखता है, संग ले कर मोरिय्याह देश में चला जा, और वहां उसको एक पहाड़ के ऊपर जो मैं तुझे बताऊंगा होमबलि करके चढ़ा। 3 सो इब्राहीम बिहान को तड़के उठा और अपने गदहे पर काठी कसकर अपने दो सेवक, और अपने पुत्र इसहाक को संग लिया, और होमबलि के लिये लकड़ी चीर ली; तब कूच करके उस स्थान की ओर चला, जिसकी चर्चा परमेश्वर ने उससे की थी। 4 तीसरे दिन इब्राहीम ने आंखें उठा कर उस स्थान को दूर से देखा। 5 और उसने अपने सेवकों से कहा गदहे के पास यहीं ठहरे रहो; यह लड़का और मैं वहां तक जा कर, और दण्डवत करके, फिर तुम्हारे पास लौट आऊंगा। 6 सो इब्राहीम ने होमबलि की लकड़ी ले अपने पुत्र इसहाक पर लादी, और आग और छुरी को अपने हाथ में लिया; और वे दोनों एक साथ चल पड़े। 7 इसहाक ने अपने पिता इब्राहीम से कहा, हे मेरे पिता; उसने कहा, हे मेरे पुत्र, क्या बात है उसने कहा, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिये भेड़ कहां है? 8 इब्राहीम ने कहा, हे मेरे पुत्र, परमेश्वर होमबलि की भेड़ का उपाय आप ही करेगा। 9 सो वे दोनों संग संग आगे चलते गए। और वे उस स्थान को जिसे परमेश्वर ने उसको बताया था पहुंचे; तब इब्राहीम ने वहां वेदी बनाकर लकड़ी को चुन चुनकर रखा, और अपने पुत्र इसहाक को बान्ध के वेदी पर की लकड़ी के ऊपर रख दिया। इब्रानियों 11:17 17 विश्वास ही से इब्राहीम ने, परखे जाने के समय में, इसहाक को बलिदान चढ़ाया, और जिस ने प्रतिज्ञाओं को सच माना था। उत्पत्ति 17:19 19 तब परमेश्वर ने कहा, निश्चय तेरी पत्नी सारा के तुझ से एक पुत्र उत्पन्न होगा; और तू उसका नाम इसहाक रखना: और मैं उसके साथ ऐसी वाचा बान्धूंगा जो उसके पश्चात उसके वंश के लिये युग युग की वाचा होगी। यूहन्ना 3:16 16 क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उस ने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। यहोशू 6:12 12 बिहान को यहोशू सबेरे उठा, और याजकों ने यहोवा का सन्दूक उठा लिया। यहोशू 7:16 16 बिहान को यहोशू सवेरे उठ कर इस्राएलियों को गोत्र गोत्र करके समीप लिवा ले गया, और यहूदा का गोत्र पकड़ा गया; इफिसियों 6:1-3 हे बालकों, प्रभु में अपने माता पिता के आज्ञाकारी बनो, क्योंकि यह उचित है। 2 अपनी माता और पिता का आदर कर (यह पहिली आज्ञा है, जिस के साथ प्रतिज्ञा भी है)। 3 कि तेरा भला हो, और तू धरती पर बहुत दिन जीवित रहे।
संगीत
प्रभु ख्रिस्त ही देहधारी हुआ सिद्ध खुदावन्द सिफर बना, स्वर्ग का सुमन और सच्चाई अपनों से त्यागा हुआ था, कफारा होकर सूली पे मरा पिता का क्रोध शान्त किया, पाप का हर एक बोझ उठाया पापी को जय जीवन दिया।
सिर्फ ख्रिस्त में, मेरी आशा यीशु है नूर, गज़ल व बल, आधार शिला, न बदलता चाहे हो तुफान और अकाल, सिद्ध प्रेम मिसाल, अनुपम शान्ति भय या मुश्किल भी करता हल, सहायक मेरा, जी भर के मैं डुबूँ मसीह प्रेम में हर पल।