पाठ 11 : गिबोन के निवासी

Media

Lesson Summary

Content not prepared yet or Work in Progress.


Lesson Prayer

Content not prepared yet or Work in Progress.


Song

Content not prepared yet or Work in Progress.


Instrumental

Content not prepared yet or Work in Progress.


सारांश

कृतिदेव यहां क्या आपको कभी ऐसे निर्णय लेना पड़ा जो कठिन था? कुछ निर्णय सरल होते हैं, जैसे मुझे चॉकलेट चाहिये या आइसक्रीम? ऐसे निर्णय लेने के लिये आपको बहुत अधिक बुद्धी की जरूरत नहीं होती! परंतु जब आपको मेडिकल कोर्स या इंजिनियरिंग कोर्स के बीच निर्णय लेना होता है तब यह थोड़ा कठिन हो जाता है। सभी निर्णय इतने आसान नहीं होते कुछ निर्णय लेना कठिन होता है। कभी कभी हमारे निर्णय गलत भी हो सकते हैं। अब हम देखेंगे कि यहोशू ने किस तरह एक महत्वपूर्ण निर्णय गलत रीति से लिया। गिबोनी के निवासियों ने सुना कि किस तरह इस्राएलियों ने यरीहो और ऐ पर कब्जा किया। सब जगह यह चर्चा थी कि इस्राएल के लोग क्या कर रहे थे। गिबोन जो यरूशलेम से छः मील उत्तरपूर्व में था अगला निशाना दिख रहा था। यह उस समय के बड़े शहरों में से एक था, परंतु जैसा कि गिबोनी जानते थे कि वे बढ़ते हुए इस्राएलियों के सामने टिक नहीं सकेंगे उन्होंने छल से एक समझौता करने का निर्णय लिया। उन्होंने ऐसा ढोंग किया कि वे दूर देश से आए हैं और गिलगाल में यहोशू से मिले। बासी रोटी, फटे जूते और पुराने कपड़ों और मदिरा के कुप्पे के साथ उन्होंने यहोशू को आसानी से विश्वास दिला दिया कि वे सचमुच दूर देश से आए हैं और वे उस देशों में के नहीं है जिन्हें नष्ट करने की आज्ञा परमेश्वर ने उन्हें दी है। गिबोनियों ने कहा, ‘‘तेरे दास तेरे परमेश्वर यहोवा का नाम सुनकर आए हैं क्योंकि हमने उसकी कीर्ति सुना है और भी जो उसने मिस्र, और एमोरियों के राजाओं, तथा सीहोन और ओग के साथ किया है। हमारे वृद्ध लोगों ने हमें यह कहने भेजा है, ‘‘हम तुम्हारे दास हैं, इसलिये अब तुम हमसे वाचा बांधो।’’ इस बात ने यहोशू और प्राचीनों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि वे सारी महिमा परमेश्वर को दे रहे थे और कि वे परमेश्वर का भय मानने वाले लोग थे। कभी-कभी शैतान परमेश्वर के लोगों को धोखा देने के लिये परमेश्वर के नाम का उपयोग करता है। गिबोनियों ने यरीहो और ऐ पर इस्राएलियों की जीत के विषय कुछ कहने से सावधानीपूर्वक बचाव किया। क्योंकि वे दूर देश से आने का ढोंग कर रहे थे, यदि वे हाल ही की घटनाओं के विषय कुछ कहते तो वे स्वयँ को ही धोखा दिये होते परमेश्वर ने इस्राएल को स्पष्ट रीति से आज्ञा दिया था कि उन्हें उस देश के किसी भी रहवासी से कोई वाचा नहीं बांधनी चाहिये (निर्गमन 23:32, 34:12; व्यवस्थाविवरण 7:2)। यहोशू और उसके लोगों ने उनकी कुछ बासी रोटियों को चखकर भी देखा और दाखमधु को भी चखा। बाइबल में अगले शब्द बहुत दुखदायी हैं। ‘‘…परंतु उन्होंने (यहोशू और इस्राएल के शासक) यहोवा से बिना सलाह लिये’’ उनके भोजन में से कुछ ग्रहण किया। उन्होंने सोचा कि जो कहानी गिबोनियों ने कहा था वह सच थी। उन्होंने उनके साथ शांति स्थापित की और उनसे प्रतिज्ञा किया कि वे उन्हें किसी भी तरह हानि नहीं पहुँचाएगे। हमें, जो परमेश्वर के लिये अलग किए गए हैं, संसार का पक्ष नहीं लेना चाहिये, क्योंकि ऐसे समझौते परमेश्वर को अप्रसन्न करते हैं तीन दिनों के बाद ही इस्राएलियों को पता चला कि वे गिबोनी उनके पड़ोसी थे। चूंकि, उन्होंने उनके साथ वाचा बांधी थी , वे उन्हें नाश नहीं कर सके। चाहे जो भी कीमत चुकानी पडे़, परमेश्वर की संतानां को परमेश्वर के नाम से किये गये सभी वायदों को पूरा करना चाहिये। एक अच्छी बात थी कि इस्राएलियों को समर्पण करते समय, गिबोनियों ने कुछ हद तक अपनी मूर्तियों को छोड़ना शुरू कर दिया था और इस्राएल के परमेश्वर को समर्पित हो रहे थे। यहोशू ने आदेश दिया कि गिबोनी लोग हमेशा गुलाम बनकर रहेंगे। उसने उन्हें लकड़हारे और पानी भरनेवाले बना दिया। उन्हें इस्राएलियों और प्रभु की वेदी की सेवा करना था। यह काम शाप या सजा के रूप में दिया गया था। परंतु गिबोनियों ने इसे खुशी-खुशी मंजूर कर लिया क्योंकि उनके लिये यह आशीष का कारण था। परमेश्वर की वेदी या परमेश्वर के भवन के लिये किया गया कोई भी कार्य आदरयोग्य होता है। लेकिन क्योंकि यहोशू और अगुवों ने परमेश्वर की सलाह नहीं मांगा था, गिबोनी कई वर्षों तक इस्राएल के लिये समस्या बने रहे । नहेम्याह के दिनों में जब यरूशलेम पुनः बसाया जा रहा था, गिबोनी उस कार्य में सहायक थे (नहेम्याह 3:7)। एक समय शाऊल राजा ने इस समझौते का उलंघन किया और कुछ गिबोनियों को मार डाला था। इस कारण परमेश्वर उससे नाराज था (2 शमुएल 21)। मनुष्य वाचा तोड़ देता है और समझौते भूल जाता है परंतु परमेश्वर का वचन और परमेश्वर की वाचाएँ कभी नहीं बदलती। परमेश्वर की संतानें हमेशा परमेश्वर की इच्छानुसार निर्णय लेती हैं और परमेश्वर के साथ की गई वाचा नहीं तोड़ती क्योंकि मसीह कल, आज और युगानुयुग एक सा है। नोट : गिबोन का आधुनिक नाम एल-जिब है। जब इस्त्राएल की भूमि का बँटवारा हुआ था तब गिबोन, बिन्यामिनियों को दिये गये भूभाग के अंतरगत था (यहोशू 18ः25)।

बाइबल अध्यन

यहोशू अध्याय 9 यह सुनकर हित्ती, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी, जितने राजा यरदन के इस पार पहाड़ी देश में और नीचे के देश में, और लबानोन के साम्हने के महानगर के तट पर रहते थे, 2 वे एक मन हो कर यहोशू और इस्राएलियों से लड़ने को इकट्ठे हुए॥ 3 जब गिबोन के निवासियों ने सुना कि यहोशू ने यरीहो और ऐ से क्या क्या किया है, 4 तब उन्होंने छल किया, और राजदूतों का भेष बनाकर अपने गदहों पर पुराने बोरे, और पुराने फटे, और जोड़े हुए मदिरा के कुप्पे लादकर 5 अपने पांवों में पुरानी गांठी हुई जूतियां, और तन पर पुराने वस्त्र पहिने, और अपने भोजन के लिये सूखी और फफूंदी लगी हुई रोटी ले ली। 6 तब वे गिलगाल की छावनी में यहोशू के पास जा कर उस से और इस्राएली पुरूषों से कहने लगे, हम दूर देश सें आए हैं; इसलिये अब तुम हम से वाचा बान्धो। 7 इस्राएली पुरूषों ने उन हिव्वियों से कहा, क्या जाने तुम हमारे मध्य में ही रहते हो; फिर हम तुम से वाचा कैसे बान्धे? 8 उन्होंने यहोशू से कहा, हम तेरे दास हैं। तब यहोशू ने उन से कहा, तुम कौन हो? और कहां से आए हो? 9 उन्होंने उस से कहा, तेरे दास बहुत दूर के देश से तेरे परमेश्वर यहोवा का नाम सुनकर आए हैं; क्योंकि हम ने यह सब सुना है, अर्थात उसकी कीर्ति और जो कुछ उसने मिस्र में किया, 10 और जो कुछ उसने एमोरियों के दोनों राजाओं से किया जो यरदन के उस पार रहते थे, अर्थात हेश्बोन के राजा सीहोन से, और बाशान के राजा ओग से जो अश्तारोत में था। 11 इसलिये हमारे यहां के वृद्धलोगों ने और हमारे देश के सब निवासियों ने हम से कहा, कि मार्ग के लिये अपने साथ भोजनवस्तु ले कर उन से मिलने को जाओ, और उन से कहना, कि हम तुम्हारे दास हैं; इसलिये अब तुम हम से वाचा बान्धो। 12 जिस दिन हम तुम्हारे पास चलने को निकले उस दिन तो हम ने अपने अपने घर से यह रोटी गरम और ताजी ली थी; परन्तु अब देखो, यह सूख गई है और इस में फफूंदी लग गई है। 13 फिर ये जो मदिरा के कुप्पे हम ने भर लिये थे, तब तो नये थे, परन्तु देखो अब ये फट गए हैं; और हमारे ये वस्त्र और जूतियां बड़ी लम्बी यात्रा के कारण पुरानी हो गई हैं। 14 तब उन पुरूषों ने यहोवा से बिना सलाह लिये उनके भोजन में से कुछ ग्रहण किया। 15 तब यहोशू ने उन से मेल करके उन से यह वाचा बान्धी, कि तुम को जीवित छोड़ेंगे; और मण्डली के प्रधानों ने उन से शपथ खाई। 16 और उनके साथ वाचा बान्धने के तीन दिन के बाद उन को यह समाचार मिला; कि वे हमारे पड़ोस के रहने वाले लोग हैं, और हमारे ही मध्य में बसे हैं। 17 तब इस्राएली कूच करके तीसरे दिन उनके नगरों को जिनके नाम गिबोन, कपीरा, बेरोत, और किर्यत्यारीम है पहुंच गए, 18 और इस्राएलियों ने उन को न मारा, क्योंकि मण्डली के प्रधानों ने उनके संग इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की शपथ खाई थी। तब सारी मण्डली के लोग प्रधानों के विरुद्ध कुड़कुड़ाने लगे। 19 तब सब प्रधानों ने सारी मण्डली से कहा, हम ने उन से इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की शपथ खाई है, इसलिये अब उन को छू नहीं सकते। 20 हम उन से यही करेंगे, कि उस शपथ के अनुसार हम उन को जीवित छोड़ देंगे, नहीं तो हमारी खाई हुई शपथ के कारण हम पर क्रोध पड़ेगा 21 फिर प्रधानों ने उन से कहा, वे जीवित छोड़े जाएं। सो प्रधानों के इस वचन के अनुसार वे सारी मण्डली के लिये लकड़हारे और पानी भरने वाले बने। 22 फिर यहोशू ने उन को बुलवाकर कहा, तुम तो हमारे ही बीच में रहते हो, फिर तुम ने हम से यह कहकर क्यों छल किया है, कि हम तुम से बहुत दूर रहते हैं? 23 इसलिये अब तुम शापित हो, और तुम में से ऐसा कोई न रहेगा जो दास, अर्थात मेरे परमेश्वर के भवन के लिये लकड़हारा और पानी भरनेवाला न हो। 24 उन्होंने यहोशू को उत्तर दिया, तेरे दासों को यह निश्चय बतलाया गया था, कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने अपने दास मूसा को आज्ञा दी थी कि तुम को वह सारा देश दे, और उसके सारे निवासियों तुम्हारे साम्हने से सर्वनाश करे; इसलिये हम लोगों को तुम्हारे कारण से अपने प्राणों के लाले पड़ गए, इसलिये हम ने ऐसा काम किया। 25 और अब हम तेरे वश में हैं, जैसा बर्ताव तुझे भला लगे और ठीक जान पड़े, वैसा ही व्यवहार हमारे साथ कर। 26 तब उसने उन से वैसा ही किया, और उन्हें इस्राएलियों के हाथ से ऐसा बचाया, कि वे उन्हें घात करने न पाए। 27 परन्तु यहोशू ने उसी दिन उन को मण्डली के लिये, और जो स्थान यहोवा चुन ले उसमें उसकी वेदी के लिये, लकड़हारे और पानी भरने वाले नियुक्त कर दिया, जैसा आज तक है॥ 2 थिस्सलुनीकियों 1:12 12 कि हमारे परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह के अनुग्रह के अनुसार हमारे प्रभु यीशु का नाम तुम में महिमा पाए, और तुम उस में॥ निर्गमन 23:32 32 तू न तो उन से वाचा बान्धना और न उनके देवताओं से। निर्गमन 34:12 12 इसलिये सावधान रहना कि जिस देश में तू जाने वाला है उसके निवासियों से वाचा न बान्धना; कहीं ऐसा न हो कि वह तेरे लिये फंदा ठहरे। व्यवस्था 7:2 2 और तेरा परमेश्वर यहोवा उन्हें तेरे द्वारा हरा दे, और तू उन पर जय प्राप्त कर ले; तब उन्हें पूरी रीति से नष्ट कर डालना; उन से न वाचा बान्धना, और न उन पर दया करना। नहेम्याह 3:7 7 और उन से आगे गिबोनी मलत्याह और मेरोनोती यादोन ने और गिबोन और मिस्पा के मनुष्यों ने महानद के पार के अधिपति के सिंहासन की ओर से मरम्मत की।

संगीत

राहें मसीही ऐसी है कि उन पर चलना है कठिन, मुझको ऐसी शक्ति दो, चलता रहूं मैं रात और दिन, केवल तेरा वचन रहे मेरे साथ मेरे साथ।

हर घड़ी चलता रहूं तेरे साथ तेरे साथ ।