पाठ 16 : मपीबोशेत
Media
Content not prepared yet or Work in Progress.
Content not prepared yet or Work in Progress.
सारांश
दाऊद इस्राएल का राजा बना । पर वह योनातन के साथ बांधी गई अपनी वाचा को नहीं भूला, और उसने योनातन के दास सीबा को बुलाकर पूछा, कि क्या योनातन के घराने में से अब तक कोई जीवित बचा है ? सीबा ने उसे मपीबोशेत के विषय में बताया । उसने कहा “वह तो लोदबार नगर में रहता है और वह दोनो पैर से लंगड़ा है ।” तब दाऊद ने शीघ्र ही उसे बुलाने के लिए दूत भेजे । मपीबोशेत अपने पिता योनातन, अपने दादा शाऊल एवं अपने चाचा के युद्ध में मारे जाने के समय, मात्र पाँच वर्ष की आयु का था । उसकी धाई भयभीत होकर, की बच्चे को भी हानि पहुँचाया जाएगा, उसे उठाकर उतावली से भागी । पर बच्चा गिर पड़ा और उसे गंभीर चोटें आई, जिसके कारण वह दोनों पैर से लंगड़ा हो गया । जैसे ही दाऊद ने मपीबोशेत के विषय में सुना, उसे बुलाने के लिए दूत को भेज दिया । मपीबोशेत दाऊद के दरबार में जाने से डर रहा था, परन्तु जब वह वहाँ पहुँचा, तब दाऊद ने स्वंय उसका स्वागत किया और उसे उसके पिता की सारी संपत्ति को फेर दिया । तब उसने सीबा से कहा, कि वह उसकी सारी संपत्ति की देखभाल करे और उससे प्राप्त लाभ को मपीबोशेत को दिया करे । सीबा और उसके पुत्र अपने सेवको समेत, मपीबोशेत एवं उसके परिवार की सेवा करने लगे । मपीबोशेत और उसका परिवार यरूशलेम में रहने लगा, क्योंकि वह राजा के मेज पर अन्य राजकुमारों की नाई भोजन किया करता था । मपीबोशेत ने दाऊद की ओर से कृपादष्टि की अपेक्षा कभी नहीं की थी, इसलिए उसने उससे कहा कि “मैं तेरे सन्मुख एक मरे हुए कुत्ते की नाई हूँ ।” परन्तु दाऊद ने उसे उसके पिता के साथ किए गए अपने वायदे को याद दिलाया ।
बाइबल अध्यन
2 शमूएल अध्याय 9 1 दाऊद ने पूछा, क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है, जिस को मैं योनातन के कारण प्रीति दिखाऊं? 2 शाऊल के घराने का सीबा नाम एक कर्मचारी था, वह दाऊद के पास बुलाया गया; और जब राजा ने उस से पूछा, क्या तू सीबा है? तब उसने कहा, हां, तेरा दास वही है। 3 राजा ने पूछा, क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है, जिस को मैं परमेश्वर की सी प्रीति दिखाऊं? सीबा ने राजा से कहा, हां, योनातन का एक बेटा तो है, जो लंगड़ा है। 4 राजा ने उस से पूछा, वह कहां है? सीबा ने राजा से कहा, वह तो लोदबार नगर में, अम्मीएल के पुत्र माकीर के घर में रहता है। 5 तब राजा दाऊद ने दूत भेज कर उसको लोदबार से, अम्मीएल के पुत्र माकीर के घर से बुलवा लिया। 6 जब मपीबोशेत, जो योनातन का पुत्र और शाऊल का पोता था, दाऊद के पास आया, तब मुह के बल गिर के दण्डवत् किया। दाऊद ने कहा, हे मपीबोशेत! उसने कहा, तेरे दास को क्या आज्ञा? 7 दाऊद ने उस से कहा, मत डर; तेरे पिता योनातन के कारण मैं निश्चय तुझ को प्रीति दिखाऊंगा, और तेरे दादा शाऊल की सारी भूमि तुझे फेर दूंगा; और तू मेरी मेज पर नित्य भोजन किया कर। 8 उसने दण्डवत् करके कहा, तेरा दास क्या है, कि तू मुझे ऐसे मरे कुत्ते की ओर दृष्टि करे? 9 तब राजा ने शाऊल के कर्मचारी सीबा को बुलवाकर उस से कहा, जो कुछ शाऊल और उसके समस्त घराने का था वह मैं ने तेरे स्वामी के पोते को दे दिया है। 10 अब से तू अपने बेटों और सेवकों समेत उसकी भूमि पर खेती करके उसकी उपज ले आया करना, कि तेरे स्वामी के पोते को भोजन मिला करे; परन्तु तेरे स्वामी का पोता मपीबोशेत मेरी मेज पर नित्य भोजन किया करेगा। और सीबा के तो पन्द्रह पुत्र और बीस सेवक थे। 11 सीबा ने राजा से कहा, मेरा प्रभु राजा अपने दास को जो जो आज्ञा दे, उन सभों के अनुसार तेरा दास करेगा। दाऊद ने कहा, मपीबोशेत राजकुमारों की नाईं मेरी मेज पर भोजन किया करे। 12 मपीबोशेत के भी मीका नाम एक छोटा बेटा था। और सीबा के घर में जितने रहते थे वे सब मपीबोशेत की सेवा करते थे। 13 और मपीबोशेत यरूशलेम में रहता था; क्योंकि वह राजा की मेज पर नित्य भोजन किया करता था। और वह दोनों पांवों का पंगुला था।
प्रश्न-उत्तर
प्र 1 : मपीबोशेत कैसे पंगुला बना ?
उ 1 : मपीबोशेत केवल पाँच वर्ष का था जब उसका पिता योनातन और दादा शाऊल युद्ध में मारे गए थे तब मपीबोशेत की दाई यह सोच कर डर गई कि अब उसकी जान खतरे में है इसलिए उसने मपीबोशेत को उठाया और सुरक्षित स्थान की ओर भागी परन्तु बालक उसके हाथ से गिर गया और उसके दोनों पैर टूट गए । इस प्रकार मपीबोशेत पंगुला हो गया ।प्र 2 : मपीबोशेत कहाँ था , जब दाऊद ने उसकी खोज की ?
उ 2 : मपीबोशेत लोदेबार में था जब दाऊद ने उसकी खोज की ।प्र 3 : दाऊद ने मपीबोशेत का कैसे स्वागत किया ?
उ 3 : जब मपीबोशेत दाऊद राज्य के दरबार में आया तब दाऊद ने उसका स्वागत किया और उसके पिता योनातन की सारी संपती उसको दे दी ।प्र 4 : दाऊद ने मपीबोशेत के लिए क्या किया ?
उ 4 : दाऊद ने योनातन के सेवक सीबा से कहा , कि वह और उसके पुत्र मपीबोशेत की धन-संपती की देखभाल करेंगे , और मपीबोशेत और उसका परिवार यरूशलेम में रहेगे , क्योंकि वह अन्य राजकुमारों के साथ बैठ कर राजा की मेज़ पर नित्य भोजन करेगा ।प्र 5 : परमेश्वर के लोगों का भोजन क्या है ?
उ 5 : परमेश्वर के लोगों का भोजन परमेश्वर का वचन है ।संगीत
मुझे खरीदा है मसीह ने (खून देकर),-2 मैं हूं उसका मेरा न कोई सिवाए उसके, पुत्र ने है पिता से मिलाया।
जब से दिल में यीशु आया मेरा जीवन बदल गया, जबसे मैंने उसे हैं पाया मेरा जीवन बदल गया।