पाठ 10 : छड़ी जिसमें कलियाँ निकल आई
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सारांश
क्या आप जानते हैं कि इस्राएल के कितने गोत्र थे ? बारह, जिनमें पहिलौठे का पद यसूफ को, राजकीय पद यहूदा को और याजकीय पद लेवी को प्राप्त हुआ । परमेश्वर ने लेवी गोत्र के हारून एवं उसके वंश को याजक के रुप में नियुक्त किया था । परमेश्वर ने मूसा से कहा , कि वह प्रत्येक गोत्र से एक-एक छड़ी ले । तब प्रत्येक गोत्र के प्रधानों ने मूसा को एक-एक छड़ी दी जिसपर उनका नाम लिखा हुआ था । हारून नाम की छड़ी लेवी गोत्र की थी । मूसा ने सभी छड़ियों को लेकर मिलापवाले तम्बू में साक्षीपत्र के आगे परमपवित्र स्थान में रख दिया और उसे सारी रात वहीं पर छोड़ दिया । दूसरे दिन सुबह जब मूसा छड़ियों को जाँचने के लिए गया , तो उसने देखा कि हारून की छड़ी में फूल और कलियाँ फूट निकली है और पके-बादाम भी लगे हैं । मूसा छड़ियों को बाहर लाया और प्रत्येक प्रधानों ने अपनी अपनी छड़ी पहचानकर ले ली । इस तरह परमेश्वर ने विद्रोहियों के सम्मूख यह प्रमाणित कर दिया , कि उसने केवल हारून को महायाजक के रूप में चुना लिया है । फिर परमेश्वर ने मूसा से कहा “हारून की छड़ी को साक्षीपत्र के साम्हने रख दे कि यह एक निशान बनकर रखी रहे ।” कली फूटी हुई छड़ी नये नियम की एक सच्चाई का चित्र है । छड़ी जीवन रहित शुष्क शाखा थी , परन्तु इसमें परमेश्वर की सामर्थ से जीवन आया और वह फलने लगी ।
बाइबल अध्यन
गिनती अध्याय 17 1 तब यहोवा ने मूसा से कहा, 2 इस्त्राएलियों से बातें करके उन के पूर्वजों के घरानों के अनुसार, उनके सब प्रधानों के पास से एक एक छड़ी ले; और उन बारह छडिय़ों में से एक एक पर एक एक के मूल पुरूष का नाम लिख, 3 और लेवियों की छड़ी पर हारून का नाम लिख। क्योंकि इस्त्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के एक एक मुख्य पुरूष की एक एक छड़ी होगी। 4 और उन छडिय़ों को मिलापवाले तम्बू में साक्षीपत्र के आगे, जहां मैं तुम लोगों से मिला करता हूं, रख दे। 5 और जिस पुरूष को मैं चुनूंगा उसकी छड़ी में कलियां फूट निकलेंगी; और इस्त्राएली जो तुम पर बुड़बुड़ाते रहते हैं, वह बुड़बुड़ाना मैं अपने ऊपर से दूर करूंगा। 6 सो मूसा ने इस्त्राएलियों से यह बात कही; और उनके सब प्रधानों ने अपने अपने लिये, अपने अपने पूर्वजों के घरानों के अनुसार, एक एक छड़ी उसे दी, सो बारह छडिय़ां हुई; और उन की छडिय़ों में हारून की भी छड़ी थी। 7 उन छडिय़ों को मूसा ने साक्षीपत्र के तम्बू में यहोवा के साम्हने रख दिया। 8 दूसरे दिन मूसा साक्षीपत्र के तम्बू में गया; तो क्या देखा, कि हारून की छड़ी जो लेवी के घराने के लिये थी उस में कलियां फूट निकली, अर्थात उस में कलियां लगीं, और फूल भी फूले, और पके बादाम भी लगे हैं। 9 सो मूसा उन सब छडिय़ों को यहोवा के साम्हने से निकाल कर सब इस्त्राएलियों के पास ले गया; और उन्होंने अपनी अपनी छड़ी पहिचानकर ले ली। 10 फिर यहोवा ने मूसा से कहा, हारून की छड़ी को साक्षीपत्र के साम्हने फिर धर दे, कि यह उन दंगा करने वालों के लिये एक निशान बनकर रखी रहे, कि तू उनका बुड़बुड़ाना जो मेरे विरुद्ध होता रहता है भविष्य में रोक रखे, ऐसा न हो कि वे मर जाएं। 11 और मूसा ने यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार ही किया॥ 12 तब इस्त्राएली मूसा से कहने लगे, देख, हमारे प्राण निकला चाहते हैं, हम नष्ट हुए, हम सब के सब नष्ट हुए जाते हैं। 13 जो कोई यहोवा के निवास के समीप जाता है वह मारा जाता है। तो क्या हम सब के सब मर ही जाएंगे॥
प्रश्न-उत्तर
प्र 1 कोरह ,दातान और अबीराम का पाप क्या था ?
उ 1 : कोरह ,दातान और अबीराम का पाप यह था कि उन्होंने मूसा और हारून के विरुद्ध विद्रोह किया।प्र 2 : परमेश्वर ने उन्हें कैसे दण्ड दिया ?
उ 2 : परमेश्वर ने उन्हें भयंकर दण्ड दिया , कि पृथ्वी फट गई और उन्हें निगल लिया था ।प्र 3 : परमेश्वर अपने लोगों से क्या अपेक्षा रखतें हैं ?
उ 3 : परमेश्वर चाहतें हैं कि उनकी संतान हमेशा आज्ञाकारी रहे और परमेश्वर इस बात से घृणा करते हैं जब परमेश्वर के लोग बड़बडातें या विद्रोह करते हैं ।प्र 4 : हारून याजक पद के लिए चुना हुआ है , यह अपने लोगों के सामने प्रमाणित करने के लिए परमेश्वर ने कौन सा चिन्ह दिया ?
उ 4 : परमेश्वर ने मूसा से कहा कि प्रत्येक गोत्र से एक-एक छड़ी लें और प्रत्येक गोत्र के अगुए का नाम उस छड़ी पर लिखें । लेवी गोत्र की छड़ी पर हारून का नाम लिखें । उन छड़ियों को मूसा ने साक्षी पत्र के तंबू में यहोवा के सामने रख दिया और अगली सुबह मूसा ने छड़ियों की जांच की तो देखा कि हारून की छड़ी में कलियाँ लगीं ,फूल फूलें ,और पक्के बादाम भी लगे। मूसा छड़ियों को बाहर लाकर हर एक अगुए को अपनी-अपनी छड़ी दे दी । इस प्रकार परमेश्वर नेअपने लोगों के सामने प्रमाणित किया कि हारून याजक पद के लिए चुना हुआ है ।प्र 5 : इस चिन्ह से हम कौन सा आत्मिक पाठ सीखते हैं ?
उ 5 : इस चिन्ह से हम यह आत्मिक पाठ सीखते हैं कि हमारे प्रभु यीशु मसीह की मृत्यु हुई परन्तु वे नये जीवन के साथ जी उठे और अपने पुनरूत्थान के द्वारा यह प्रमानित कर दिया है कि वे परमेश्वर के पुत्र हैं । वे हमारे महान महायाजक हैं जो जीवित है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठकर हमारे लिये मध्यस्थता करते हैं। प्रभु यीशु मसीह को उद्धारकर्ता मानकर विश्वास करने वाले लोग अपनी संसारिक मृत्यु बाद जी उठेंगे और स्वर्ग में प्रभु यीशु के साथ सदा काल के लिए रहेंगे ।
संगीत
Read your Bible and pray everyday (3) Read your Bible and pray everyday And you will be grow - grow - grow
Don’t read your Bible and forget to pray (3) Don’t read your Bible and forget to pray And you will be shrink - shrink - shrink (3)
बाईबल पढ़ो और करो दुआ (3) बाईबल पढ़ो और करो दुआ कि तुम बढ़ते जाओ (3) बाईबल पढ़ो और करो दुआ कि तुम बढ़ते जाओ।