पाठ 40 : स्वर्गारोहण
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सारांश
जी उठने के पश्चात प्रभु यीशु अनेकों के सामने प्रगट गए |क्या आपको याद है कि वे कौन- कौन लोग थे ?प्रभु ने परमेश्वर के राज्य के बारे में अनेक बातें प्रेरितों सिखाईं |प्रभु ने उनसे कहा कि वे सारे संसार में प्रभु के लिए गवाह बन जाएँ |वे लोग कह सके ,“हम जानते हैं कि प्रभु यीशु आज जीवित हैं |मृतकों में से जी उठने के पश्चात हमने प्रभु को देखा और प्रभु से बातचीत की |” चालीस दिनों तक ,अलग -अलग अवसरों पर प्रभु उनके सामने प्रगट हुए |फिर प्रभु अपने शिष्यों को लेकर जैतून के पहाड़ पर गए और अपने हाथ उठाकर उन्हें आशीर्वाद दिया |वहाँ प्रभु ने उन्हें बताया कि जब पवित्र आत्मा आएगा ,तब वे सामर्थ प्राप्त करेंगे ,और युरुशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया और पृथ्वी की छोर तक प्रभु के गवाह होंगे |यह कहने के पश्चात प्रभु उनकी आँखों के सामने उठा लिए गए और बादल ने प्रभु को उनकी आँखों से छिपा लिया |जब वे आश्चर्य से ऊपर देख रहे थे ,तो दो पुरुष शवेत वस्र पहिने हुए उनके पास आ खड़े हुए |उनके पास परमेश्वर की ओर से संदेश था |उन्होंने कहा ,“हे गलीली पुरुषों ,तुम क्या खड़े आकाश की ओर देख रहे हो ?यही यीशु जो तुम्हारे पास से स्वर्ग पर उठा लिया गया है ,जिस रीति से तुमने उसे स्वर्ग को जाते देखा है |,उसी रीति से वह फिर आएगा |“उन्हें याद आया कि उनके साथ रहते समय प्रभु ने कहा था कि फिर से वापस आएँगे |प्रेरितों और अन्य विश्वासियों ने ,प्रभु के भाइयों और स्त्रियाँ ने ,जिन्होनें प्रभु से प्रेम किया और सेवा की ,इस वायदे पर विश्वास किया और शांति प्राप्त की |प्रभु की आज्ञानुसार वे यूरुशलेम को लौटे और अधिक समय तक एक साथ प्रार्थना में व्यतीत किया | प्रभु ने उन्हें ऐसी कई बातें बताईं जो प्रभु के आगमन के चिन्ह होंगे |आज संसार में ये चिन्ह देखे जा सकते हैं |भूकम्प और युद्ध ,बीमारियाँ और दुष्टता सारे संसार में फैली है ,जो हमें यह बताती है कि प्रभु का आगमन बहुत निकट है | इस बार प्रभु का आगमन अपने लोगों को अपने साथ ले जाने के लिए होगा |अर्थात उनको जिन्होंने प्रभु यीशु पर विश्वास करके अपने पापों की क्षमा प्राप्त की है |क्या आप उसमें होंगे |
बाइबल अध्यन
प्रेरितों के काम 1:1-14 1 हे थियुफिलुस, मैं ने पहिली पुस्तिका उन सब बातों के विषय में लिखी, जो यीशु ने आरम्भ में किया और करता और सिखाता रहा। 2 उस दिन तक जब वह उन प्रेरितों को जिन्हें उस ने चुना था, पवित्र आत्मा के द्वारा आज्ञा देकर ऊपर उठाया न गया। 3 और उस ने दु:ख उठाने के बाद बहुत से पड़े प्रमाणों से अपने आप को उन्हें जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह उन्हें दिखाई देता रहा: और परमेश्वर के राज्य की बातें करता रहा। 4 ओर उन से मिलकर उन्हें आज्ञा दी, कि यरूशलेम को न छोड़ो, परन्तु पिता की उस प्रतिज्ञा के पूरे होने की बाट जोहते रहो, जिस की चर्चा तुम मुझ से सुन चुके हो। 5 क्योंकि यूहन्ना ने तो पानी में बपतिस्मा दिया है परन्तु थोड़े दिनों के बाद तुम पवित्रात्मा से बपतिस्मा पाओगे। 6 सो उन्हों ने इकट्ठे होकर उस से पूछा, कि हे प्रभु, क्या तू इसी समय इस्त्राएल को राज्य फेर देगा? 7 उस ने उन से कहा; उन समयों या कालों को जानना, जिन को पिता ने अपने ही अधिकार में रखा है, तुम्हारा काम नहीं। 8 परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होगे। 9 यह कहकर वह उन के देखते देखते ऊपर उठा लिया गया; और बादल ने उसे उन की आंखों से छिपा लिया। 10 और उसके जाते समय जब वे आकाश की ओर ताक रहे थे, तो देखो, दो पुरूष श्वेत वस्त्र पहिने हुए उन के पास आ खड़े हुए। 11 और कहने लगे; हे गलीली पुरूषों, तुम क्यों खड़े स्वर्ग की ओर देख रहे हो? यही यीशु, जो तुम्हारे पास से स्वर्ग पर उठा लिया गया है, जिस रीति से तुम ने उसे स्वर्ग को जाते देखा है उसी रीति से वह फिर आएगा॥ 12 तब वे जैतून नाम के पहाड़ से जो यरूशलेम के निकट एक सब्त के दिन की दूरी पर है, यरूशलेम को लौटे। 13 और जब वहां पहुंचे तो वे उस अटारी पर गए, जहां पतरस और यूहन्ना और याकूब और अन्द्रियास और फिलेप्पुस और थोमा और बरतुलमाई और मत्ती और हलफई का पुत्र याकूब और शमौन जेलोतेस और याकूब का पुत्र यहूदा रहते थे। 14 ये सब कई स्त्रियों और यीशु की माता मरियम और उसके भाइयों के साथ एक चित्त होकर प्रार्थना में लगे रहे॥
प्रश्न-उत्तर
प्र 1 : पुनरुत्थान के बाद प्रभु यीशु कितने दिनों तक लोगों को दिखाई देते रहे ?
उ 1 : पुनरुत्थान के बाद प्रभु यीशु चालीस दिनों तक लोगों को दिखाई देते रहे ।प्र 2 : किस स्थान से प्रभु यीशु स्वर्ग पर उठा लिया गया ?
उ 2 : जैतून के पहाड़ पर से प्रभु यीशु स्वर्ग पर उठा लिया गया ।प्र 3 : सफेद वस्त्रों मे आये दो पुरुषों ने शिष्यों से क्या कहा ?
उ 3 : सफेद वस्त्रों मे आये दो पुरुषों ने शिष्यों से यह कहा "हे गलीली पुरुषों , तुम क्या खड़े आकाश की ओर देख रहे हो ? यही यीशु जो तुम्हारे पास से स्वर्ग पर उठा लिया गया है , जिस रीति से तुमने उसे स्वर्ग जाते देखा है उसी रीति से वह फिर आएगा "।प्र 4 : प्रभु यीशु वापस क्यों आ रहे हैं?
उ 4 : प्रभु यीशु वापस अपने लोगों को साथ ले जाने के लिये आ रहे हैं ।प्र 5 : प्रभु यीशु के स्वर्गारोहण के पश्चात शिष्यों ने क्या किया ?
उ 5 : प्रभु यीशु के स्वर्गारोहण के पश्चातसभी शिष्य प्रभु की आज्ञानुसार यारूशलेंम को लौटे और अधिक समय तक एक साथ प्रार्थना मे व्यतीत किया ।